Print Icon परमाणु खनिज आँकड़ा केन्द्र

परमाणु खनिज आँकड़ा केन्द्र (प.ख.आं.के) सूचना प्रौद्योगिकी (आई.टी) अवसंरचना, वेबसाइट, ईमेल और उधम स्थर के भू-स्थानिक परमाणु खनिज अन्वेषण डाटाबेस प्रबंधन प्रणाली (ई.जी.डी.एम.एस) के डिजाइन, विकास और कार्यान्वयन का प्रबंधन कार्य करता है। केंद्र ने नवीनतम उपकरणों का उपयोग करके  जियो-मॉडलिंग की सुविधा भी विकसित की है। केन्द्र की प्रमुख गतिविधियां निम्नानुसार हैं:
सूचना प्रौद्योगिकी
प.ख.आं.के. प.ख.नि मुख्यालय में आई.टी. अवसंरचना स्थापित करने व इससे क्षेत्रीय केन्द्रों के साथ संपर्क बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है । मुख्यालय में दो लोकल एरिया नेटवर्क (सुरक्षित डाटा नेटवर्क और इंटरनेट) स्थापित किए गए हैं । WAN मुख्यालय को वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (वी.पी.एन) का उपयोग कर एक सुरक्षित वातावरण में जानकारी को अद्यतन और साझा करने के लिए क्षेत्रीय केंद्रों के साथ जोड़ता है।
  एक बहुपद्धति एच.डी. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग प्रणाली (वी.सी.एस) मुख्यालय और छह क्षेत्रीय केंद्रों को जोड़ती है जिसका उपयोग नियमित रूप से वैज्ञानिक समुदाय के बीच प्रत्यक्षरूप से बातचीत करने में किया जाता है। डेटा एन्क्रिप्शन तकनीक का उपयोग वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान सुरक्षित संचार के लिए किया जा रहा है। वीसौट (VSAT) आधारित कनेक्टिविटी का उपयोग करते हुए विभिन्न परमाणु उर्जा विभाग की इकाइयों के बीच संवाद करने के लिए वी.सी प्रणाली का उपयोग किया जाता है। मुख्यालय राष्ट्रीय ज्ञान नेटवर्क (एन.के.एन) के माध्यम से अन्य परमाणु उर्जा विभाग की इकाइयों के साथ भी जुड़ा हुआ है।
वेबसाइट डिजाइन और प्रबंधन
सी.एम.एस. आधारित भारत सरकार के सरकारी वेबसाइट्स के दिशा-निर्देशों (जी.आई.जी.डब्ल्यू) के अनुपालन और दिशानिर्देश के अनुसार, प.ख.नि की वेबसाइट, राष्ट्रीय सूचना केंद्र (एन.आई.सी) के सर्वर पर होस्ट की गई है। प.ख.आं.के. नियमित आधार पर वेबसाइट का रखरखाव और अद्यतन करता है।
ईमेल का प्रबंधन
प.ख.आं.के, एन.आई.सी. के साथ समन्वय में प.ख.नि कर्मचारियों के आधिकारिक ईमेल खातों का प्रबंधन कर रहा है।
डाटाबेस डेवलपमेंट
प.ख.नि परमाणु खनिजों के लिए सर्वेक्षण और अन्वेषण के दौरान विस्तृत डेटा सेट तैयार करता है। वर्ष 1990 में पैराडाक्स में स्वैप मोड में भू-विज्ञान डाटाबेस का विकास किया गया और डेटा संचयन के लिए सभी क्षेत्रीय केंद्रों को यह सुविधा उपलब्ध कराई गई है ।
वर्तमान में, एकीकृत केंद्रीकृत भू-स्थानिक डाटाबेस सुविधा विकसित करने के लिए तथा सुरक्षित लैन पर स्थापित करने के लिए, उधम स्थर के भू-स्थानिक परमाणु खनिज अन्वेषण डाटाबेस प्रबंधन प्रणाली (ई.जी.डी.एम.एस) विकसित किया जा रहा है।
जियो-मॉडलिंग
भूवैज्ञानिक विशेषताओं और अयस्क निकायों की 3 डी संकल्पना, भौगोलिक व्यवस्था में खनिज वितरण, और धातुओं को प्राप्त करने के लिए विभिन्न एल्गोरिदम का उपयोग, और ब्लॉक ग्रेड के अनुमानों को समझने के लिए जियो-मॉडलिंग, डेटा मॉडलिंग और भू-स्थानिक विश्लेषण के लिए नवीनतम सॉफ्टवेयर पैकेज का उपयोग किया जा रहा है।

 

 

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