Print Icon भूतकनीकी अन्वेषण

पखनि, नाभिकीय स्थापनाओं के लिए स्थल के मुल्यांकन करने संबंधी पऊवि की समिति का सदस्य होने के नाते नाभिकीय बिजली संयंत्रों सहित नाभिकीय सुविधाओं के लिए प्रस्तावित स्थलों के प्राथमिक भू-तकनीकी, भूकंपविवर्तनिक व भू-वैज्ञानिक अध्ययन कार्यों के लिए जिम्मेदार हैं |
उक्त कार्यों में भूकंपविवर्तनिक मानचित्र बनाने के लिए उपलब्ध सभी भू-वैज्ञानिक, भूभौतिकीय, विवर्तनिक व भूकंपी डाटा के जांच व विश्लेषण कार्य   सम्मिलित हैं | इस वर्ग द्वारा संरचनीय घटनाओं के भूकंपीय संभावनाओं, भूकंपीय, संरचनाओं व भूकंपीविवर्तनिक क्षेत्रों का सर्वेक्षण/मूल्यांकन भी किया जाता है । कुछ विभेदन सैटलाइट इमेजरी द्वारा सुदूर संवेदी अध्ययन के पश्चात भू-अन्वेषण परीक्षण भी किए जाते हैं । इस प्रकार के अध्ययन रेडियोसक्रिय अपशिष्ट निक्षेपागारों, भारी पानी संयंत्रों, नाभिकीय ईंधन सम्मिश्र, पछोडनकुण्डों व किरणन संयंत्रों के स्थल चयन किए जाने हेतु भी किए गए है । भूवैज्ञानिक मानचित्रण, भूवेधन, शैल लॉगिंग, आरक्यूडी सूचक, बोरहोल कोर नमूनों के भूतकनीकी अध्ययनों, प्रस्तावित स्थलों से संबंधित शैलों के नमूनों के शैल खनिजीकी व भूरासायनिक अध्ययनों ने स्थल के मूल्यांकन कार्यों में बहुमूल्य योगदान दिया है । इस वर्ग द्वारा अन्य संस्थाओं द्वारा प्रस्तुत अन्वेषणात्मक भूविज्ञान व भूकंपविवर्तनिक संबंधी रिपोर्टों के भी सूक्षमतापूर्वक अध्ययन किए जाते हैं ।