Print Icon पुरस्कार

विभिन्न क्षेत्रों में किए गए महत्वपूर्ण योगदानों के लिए पखनि (एएमडी) के निम्नलिखित वैज्ञानिकों को विभिन्न पुरस्कारों से सम्मानित किया गया।

2016.
  • डॉ ए.के. राय और डॉ ए.के. चतुर्वेदी पऊवि से संबंधित उच्च प्रभाव वाली गतिविधियों के क्रियान्वयन में उनके महत्वपूर्ण और उत्कृष्ट योगदान के लिए होमी भाभा विज्ञान और प्रौद्योगिकी पुरस्कार - 2015 परमाणु ऊर्जा विभाग द्वारा सम्मानित किया गया है।
  • श्री एस डी राय, प्रधान, आरएमआरई, डॉ जी.नागेंद्र बाबू, वैअ /जी (सेवानिवृत्त), श्री पी.वी. तिरुपति, वैअ/जी, श्री के.एल. मुंद्रा, वैअ/जी, श्री पी.जागदीसन, वैअ/जी और श्री एम.साईबाबा, वैअ/एफ को पऊवि ग्रुप अचीवमेंट अवार्ड 2015 से सम्मानित किया गया।
  • श्री एम.वी.वेणु गोपाल चालक ग्रेड-II ने पऊवि सराहनीय सेवा पुरस्कार, 2015 प्राप्त किया ।
2015
  • श्री पी.के. गुप्ता को पऊवि द्वारा हिंदी सेवी सम्मान 2014-15 से सम्मानित किया गया ।
2014
  • डॉ एस एन चतुर्वेदी, वैअ/जी, पीएमएसजी को पऊवि द्वारा हिंदी सेवी सम्मान 2013-14 प्रदान किया गया ।
  • वर्ष 2011-12 के लिए राजभाषा के कार्यान्वयन के लिए पऊवि राजभाषा शील्ड से छठी बार एएमडी को सम्मानित किया गया। वर्ष 2000, 2003-04, 2005-06, 2008-09 और 2010-11 के दौरान भी पखनि को पुरस्कार से सम्मानित किया गया ।
  • बोरेहोल ट्रेजक्टरी लॉगिंग सिस्टम की डिजाइन, निर्माण और तैनाती के लिए पऊवि ग्रुप अचीवमेंट अवार्ड-2014 डॉ. ए.के. राय, श्रीमती मीनाक्षी सुंदरी, श्री वरप्रसाद राव, श्री विशाल गुप्ता और श्रीमती संध्या मोहनन को प्रदान किया गया ।
  • श्री एम.नागेश्वर राव, वरिष्ठ लेखा अधिकारी, एएमडी, हैदराबाद को वित्त और लेखा के क्षेत्र में योगदान के लिए पऊवि  मेरिटोरिअस सर्विस अवार्ड 2014 से सम्मानित किया गया है।
2013
  • श्री पी.एस.परिहार को पऊवि से संबंधित उच्च प्रभाव वाली गतिविधियों के कार्यान्वयन में उनके महत्वपूर्ण और उत्कृष्ट योगदान के लिए परमाणु ऊर्जा विभाग द्वारा होमी भाभा विज्ञान और प्रौद्योगिकी पुरस्कार -2013 प्रदान किया गया है।
  • पऊवि ग्रुप अचीवमेंट अवार्ड -2013 ड्रिलिंग यूनिट्स डीएम -400(4) और बीईसी -300 के सदस्यों को प्रदान किया गया है ।
2012
  • "ड्रिलिंग ऑपरेशन फॉर एक्सप्लोरेशन ऑफ यूरेनियम" ग्रुप गतिविधि में उत्कृष्ट योगदान की मान्यता में, पऊवि ग्रुप अचीवमेंट अवार्ड -2012 ड्रिलिंग इकाई एचडीसीडी 400 (1) और आरडी -30 (9) के सदस्यों को प्रदान किया गया। उक्त पुरस्कार 15 सदस्यीय टीम की ओर से श्री एम.के.वर्मा द्वारा प्राप्त किया ।
  • श्री अहरी रमन सैनी, वैज्ञानिक अधिकारी-ई, उत्तरी क्षेत्र, नई दिल्ली और श्री चेतराम सिंह, संयुक्त नियंत्रक (वित्त और लेखा) हैदराबाद को पऊवि कार्यक्रम में अपनी गतिविधियों के लिए पऊवि-समूह योगदान पुरस्कार-2012 प्राप्त किया ।
2011
  • श्री सी.एल.भैराम और डॉ. डी.के.सिन्हा को परमाणु विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में और परमाणु ऊर्जा के कार्यक्रम में उत्कृष्ट योगदान की मान्यता के लिए वर्ष 2011 पऊवि विशेष योगदान पुरस्कार से सम्मानित किया गया ।
  • मायापुरी, दिल्ली में रेडियोलॉजिकल इमरजेंसी के प्रबंधन के बारे में पऊवि द्वारा समूह अचीवमेंट अवॉर्ड 2010 सर्वश्री बी.के.भौमिक, एन.के.जोहरी, सैबल गुप्ता, मधुलिका पाठक, बी.आर.सिंह, दौलत सिंह और भोपाल सिंह बिष्ट को सम्मानित किया गया।
2009
  • श्री अमित मजूमदार, डॉ. एस.के श्रीवास्तव और श्री पी.के. कोठारी को पऊवि के विशेष योगदान पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
2017
  • डॉ. आनंद कुमार चतुर्वेदी, श्री मार्कंडेयुलु अमूलोथू , डॉ. वेल्दी रमेश बाबू  और  श्री शैलेश त्रिपाठी पखनि हैदराबाद को भूगर्भीय अन्वेषण, भूभौतिकीय विधियों, जियोमग्नेटिज़्म, भूभौतिकीय सर्वेक्षण तकनीकों के उपयोग और उपकरणों में नई प्रौद्योगिकियों के लिए राष्ट्रीय भूविज्ञान पुरस्कार -2016 से सम्मानित किया गया।
2013
  • तुम्मलपल्ली यूरेनियम निक्षेप, कड़प्पा जिला, आंध्र प्रदेश के अन्वेषण के खनिज डिस्कवरी और अन्वेषण के क्षेत्र में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए श्री पी.एस.परिहार, डॉ. ए.के. राय, डॉ. सैयद जकाउला और श्री सुरेश कुमार को राष्ट्रीय भूविज्ञान पुरस्कार -2011 प्रदान किया गया।
2012
  • चित्रियाल यूरेनियम निक्षेप हेतु खनिज डिस्कवरी और अन्वेषण के क्षेत्र में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए श्री पी.बी.मैथानी, श्री एम.बी.वर्मा, श्री प्रखर कुमार और श्री पी.नागेश्वर राव को राष्ट्रीय भू-विज्ञान पुरस्कार-2010 से सम्मानित किया गया ।
2002
  • डॉ. आर.धनराजू को खनिज अन्वेषण (भारतीय भूवैज्ञानिक सोसाइटी, बैंगलूर द्वारा प्रायोजित) के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए पुरस्कार से सम्मानित किया गया ।
1999
  • गोगी यूरेनियम की उपस्थिति,गुलबर्गा जिला, कर्नाटक के डिस्कवरी में महत्वपूर्ण योगदान के लिए श्री ए.पंडित, वी. नटराजन और डॉ. के.के.आचार को पुरस्कार सम्मानित किया है।
1998
  • श्री आर.श्रीहरी और श्री सी.वी.आर शर्मा ने वायुवाहित भूभौतिक सर्वेक्षणों और इंस्ट्रूमेंटेशन के लिए भूभौतिकी के क्षेत्र में उनके बहुमूल्य योगदान के लिए पुरस्कार प्रदान किया गया ।
1996 पखनि ने दो राष्ट्रीय खनिज पुरस्कार जीता
  • लम्बापुर-पेदगट्टू, नलगोंडा जिला, आंध्रप्रदेश में यूरेनियम निक्षेप की खोज के लिए किए गए उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए सर्वश्री आर.एम. सिन्हा, टी.एन. पार्थसारथी और वी.के.श्रीवास्तव को पुरस्कार प्रदान किया गया । लम्बापुर यूरेनियम निक्षेप भारत में खोजी गई पहली विषमविन्यास-प्रकारनिक्षेप है और यह कडप्पा बेसिन के श्रीसैलम उप-बेसिन में स्थित है।
  • खनिज सज्जीकरण श्रेणी में अन्य पुरस्कार श्री के.के.द्विवेदी, एस.आर.शिवानंद, के.विश्वमोहन को प्रदान किया गया। टीम ने एक फ्लो शीट विकसित किया जिसके परिणामस्वरूप डोमियासाइट, मेघालय में अयस्कों से यूरेनियम की 90% से अधिक लचीलापन पाया गया ।  देश में पहली बार प्रायोगिक पैमाने पर पग क्यूर की प्रक्रिया का प्रदर्शन किया गया, यह लागत प्रभावी है और इष्टतम यूरेनियम पुनर्प्राप्ति सुनिश्चित करता है।
1990
  • मेघालय के पश्चिम खासी पहाड़ी जिले के कुछ हिस्सों में, डॉमियासियाट में बलुआ पत्थर के प्रकार के यूरेनियम निक्षेप की खोज में किए गए अपने महत्वपूर्ण योगदान की मान्यता में श्री रवि कौल, राजेंद्र सिंह, सुनील कुमार, बिकास सेनगुप्ता और स्वर्गीय राकेश बहुगुना को पुरस्कार सम्मानित किया गया। निक्षेप ऊपरी क्रैटेसियस महादेक बलुआ पत्थर द्वारा किया जाता है और भारत में खोजी जाने वाली पहली बलुआ पत्थर-प्रकार की यूरेनियम निक्षेप है।
2012
  • आर्थिक भूविज्ञान के क्षेत्र में योगदान के लिए डॉ. यमुना सिंह को इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
2003
  • डॉ. आर. धनराजू को आर्थिक भूविज्ञान के क्षेत्र में योगदान के लिए इस पुरस्कार प्रदान किया गया।
1998
  • सर्वश्री अच्युत पंडित तथा वी.नटराजन को भारतीय आर्थिक भूविज्ञान के क्षेत्र में गोगी यूरेनियम प्राप्ति की खोज में उनके बहुमूल्य योगदान के मान्यतास्वरूप पुरस्कार प्रदान किया गया । इस खनिजीकरण का संबंध भीमा बेसिन, कर्नाटक के विखंडित चूनाश्म से है ।
1996
  • श्री वी.के.श्रीवास्तव को भारत में यूरेनियम अन्वेषण की दिशा में, विशेषकर लाम्बापुर में प्रथम विषमविन्यास नियंत्रित यूरेनियम खनिजीकरण की खोज में महत्वपूर्ण योगदान के लिए, यह पुरस्कार प्रदान किया गया ।
2016
  • मुंबई में आईएनएस की वार्षिक सम्मेलन के दौरान डॉ. ए.के. राय, पूर्व निदेशक, एएमडी को ‘भारतीय न्यूक्लियर सोसाइटी उत्कृष्ट सेवा पुरस्कार 2014’ डॉ. के. राधाकृष्ण, पूर्व अध्यक्ष इसरो और सचिव, अंतरिक्ष विभाग द्वारा प्रदान किया गया है।
  • डॉ. ए.के. राय पूर्व निदेशक, पखनि को भारतीय भूवैज्ञानिक सोसाइटी द्वारा राधाकृष्ण पुरस्कार 2015 से सम्मानित किया ।
  • डॉ. पी.के. तराफदार, प्रभारी, रसायन विज्ञान प्रयोगशाला, पूर्वी क्षेत्र ने श्रीमती मंत्रीप्रगड सीतादेवी- श्री रामाराव पदक 2015 आईएसएजी द्वारा प्राप्त किया ।
  • डॉ. यू.के. पांडेय ने इंडियन सोसाइटी आफ अप्लाइड जीओकेमिस्ट्री, हैदराबाद द्वारा स्थापित डॉ जी.आर.उदास-के.के. द्विवेदी पदक 2015 प्राप्त किया ।
2015
  • श्री पी.एस. परिहार, पूर्व निदेशक, एएमडी को एप्लाइड जिओकेमिस्ट्स (आईएसएजी) की भारतीय सोसायटी द्वारा लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड 2015 प्रदान किया गया
  • डॉ. ए.के.चतुर्वेदी, अपर निदेशक, (आर एंड डी) को भारत के ऊर्जा संसाधनों के क्षेत्र में बहुमूल्य योगदानों की मान्यता के लिए जियोलॉजिकल सोसाइटी आफ इंडिया, बेंगलूरु की एन.एन.चटर्जी पुरस्कार 2015 प्रदान किया गया।
2014
  • श्री पी.एस.परिहार को एमईएआई द्वारा उत्कृष्ट नेतृत्व पुरस्कार -2014 से सम्मानित किया गया ।
  • भारतीय न्यूक्लियर सोसाइटी द्वारा, रेडियेशन सेफ्टी एंड एनवायरनमेंटल प्रोटेक्शन- आईएनएस अवार्ड 2014 परमाणु ईंधन चक्र टेक्नोलॉजीज के क्षेत्र में उत्कृष्ट सेवा पुरस्कार अपर निदेशक (प्रचालन-I) डॉ. ए.के.राय को प्रदान किया गया ।
  • आईएएनसीएएस बेस्ट पेपर अवार्ड -2014 बीना सुनीलकुमार और डॉ जी.चक्रपानी को प्रदान किया गया ।
  • डॉ. ए.प्रेमदास, इंडियन सोसाइटी ऑफ़ एप्लाइड जीओकेमिस्ट्री, हैदराबाद द्वारा स्थापित डॉ जी.आर.उदास-के.के. द्विवेदी मेडल प्राप्त किया ।
2013
  • श्री एस.चंद्रशेखरन को माइनिंग इंजीनियर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया की उत्कृष्ट उपलब्धि पुरस्कार  2013 से सम्मानित किया गया
  • जर्नल ऑफ जियोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया-राधाकृष्ण पुरस्कार-2013 डॉ.यू.के.पांडेय को सर्वोत्तम शोध पत्र के लिए दिया गया ।
  • डॉ. यमुना सिंह, प्रमुख, एमपीजी समूह ने मिनरलोगिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया का प्रो.एस.एम. रामानंद शेट्टी अवार्ड 2013 प्राप्त किया ।
  • डॉ (सुश्री) ए.लता, वैअ-एफ, एमपीजी को डॉ.जी.आर.उदास-के.के.द्विवेदी पदक से सम्मानित किया गया जो इंडियन सोसाइटी ऑफ़ एप्लाइड जीओकेमिस्ट्री (आईएसएजी) द्वारा स्थापित किया गया है।
2012
  • श्री पी.एस.परिहर ने भारतीय न्यूक्लियर सोसाइटी के उत्कृष्ट सेवा पुरस्कार 2012 को प्राप्त किया ।
  • डॉ जी.चक्रपनी ने श्रीमती मंत्रीप्रगड सीता देवी-श्री रामा राव पदक को प्राप्त किया
  • इंडियन सोसाइटी आफ अप्लाइड जीओकेमिस्ट्री, हैदराबाद द्वारास्थापित डॉ. जी.आर.उदास-के.के. द्विवेदी पदक श्री डी. भट्टाचार्य ने प्राप्त की ।
  • यूरेनियम जीओकेमिस्ट्री के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान के लिए डॉ टी.एस.सुनील कुमार को डॉ जी.आर.उदास- के.के. द्विवेदी पदक से सम्मानित किया गया है जो इंडियन सोसाइटी ऑफ़ एप्लाइड जीओकेमिस्ट्री, हैदराबाद द्वारा शुरू किया गया है।
2011
  • डॉ. के.सत्यनारायण ने इंडियन सोसाइटी आफ अप्लाइड जीओकेमिस्ट्री, हैदराबाद द्वारा स्थापित श्रीमती मंत्रीप्रगड सीतादेवी- श्री रामाराव पदक और श्री सैयद जकाउल्ला ने डॉ जी.आर.उदास-के.के. द्विवेदी पदक प्राप्त किया ।
  • इंडियन सोसाइटी ऑफ एप्लाइड जीओकेमीस्ट्स (आईएसएजी), हैदराबाद ने श्री पी.बी. मैथानी, निदेशक, एएमडी को विशेष रूप से सामान्य और एप्लाइड जीओकेमिस्ट्री में पृथ्वी विज्ञान के लिए उनके योगदान की पहचान में, आईएसएजी द्वारा दिनांक 29.1.2011 को नांदेड विश्वविद्यालय, नांदेड, महाराष्ट्र में आयोजित एक संगोष्ठी/बैठक में"जीवनकाल उपलब्धि पुरस्कार" प्रदान किया गया । बैठक में डॉ. राहुल बॅनर्जी को डॉ. जी.आर.उदास-डॉ के.के.द्विवेदी मेडल से सम्मानित किया गया।
2008
  • डॉ. अंजन चाकी, निदेशक, पखनि को वर्ष 2008 के लिए "विकिरण संरक्षा एवं पर्यावरण संरक्षण सहित नाभिकीय ईंधन चक्र प्रौद्योगिकी" के तहत भारतीय न्यूक्लियर सोसायटी प्रशस्ति-पत्र पुरस्कार से सम्मानित किया गया ।
2005
  • डॉ. आर धनराजू को मिनरलोजिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया के सातवीं सम्मेलन में प्रोफेसर पी.आर.जे.नायुडु स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया ।
2000
  • श्री टी.एम.महदेवन, पूर्व निदेशक को इंडियन सोसाइटी आफ एप्लाइड जिओकेमस्टिस्ट, हैदराबाद द्वारा पृथ्वी विज्ञान के क्षेत्र में अपने समर्पित भावना और महत्वपूर्ण योगदान के लिए मिलेनियम पुरस्कार से सम्मानित किया गया।